
श्रीनगर। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि जिसे पहलगाम हमले के बाद केंद्र ने रद कर दिया है, जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए सबसे अनुचित दस्तावेज है और वे कभी भी इसके पक्ष में नहीं रहे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने कुछ कदम उठाए हैं।
जहां तक जम्मू-कश्मीर का सवाल है, आइए ईमानदार रहें, हम कभी भी सिंधु जल संधि के पक्ष में नहीं रहे। अब्दुल्ला ने पर्यटन, व्यापार और उद्योग संगठनों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए यह बात कही।
सिंधु जल संधि पर केंद्र के निर्णय के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर ने हमेशा माना है कि यह संधि उनके लोगों के लिए सबसे अनुचित दस्तावेज है। अब इसके मध्यम से दीर्घकालिक प्रभाव क्या होंगे, यह हमें देखने के लिए इंतजार करना होगा।