
विश्व कश्मीरी समाज ने मांग की है कि घाटी में स्थित विचारनाग मंदिर व उसकी सराए पर नजर रखने और सही तरीके से मरम्मत कार्य कराने के लिए, कश्मीरी हिंदुओं के वरिष्ठ नागरिकों की एक कमेटी का गठन किया जाए।
विश्व कश्मीरी समाज के महासचिव एमके योगी ने कहा कि कश्मीरी हिंदू समुदाय के बुद्धिजीवी लोग मंदिर का बेहतर प्रबंधन, देखभाल कर सकते हैं और इसके उत्थान के लिए गहन मंथन कर अपने विचार दे सकते हैं । उन्होंने सरकार का धन्यवाद किया जिन्होंने विचार नाथ मंदिर व सराय के विकास के लिए 5 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।
मगर इस धन का सही इस्तेमाल किया जाना चाहिए। योगी ने कहा विचार नाग मंदिर सदियों पुराना है यहां कश्मीरी हिंदू, उनके बुद्धिजीवी लोग, गुरु संत आदि बैठा करते थे और कश्मीरी समाज के प्रति मंथन किया करते थे। यह वही पवित्र स्थल है यहां बुद्धिजीवियों ने बैठकर वर्ष भर के कार्यक्रमों का पंचांग तैयार कर जारी किया ।
यह पंचांग कश्मीरी हिंदुओं में बेहद अहम कार्यक्रमों का दस्तावेज होता है। एमके योगी ने कहा कि आज फिर से इसी रिवायत को वापिस लाने का समय है। मंदिर में प्रचलित रीति रिवाज को फिर से कायम करना होगा।
इसलिए मंदिर में कश्मीरी हिंदुओं के वरिष्ठ नागरिकों की जरूरत है जो पूरी व्यवस्था पर नजर रख सकते हैं और कश्मीरी हिंदू समाज को उसकी संस्कृति से जोड़ रख सकते हैं। इसलिए सरकार को चाहिए कि वह कश्मीरी हिंदुओं के वरिष्ठ नागरिकों की एक कमेटी का गठन जल्द से जल्दी करें।
उन्होंने सरकार का धन्यवाद किया जिन्होंने विचार नाग मंदिर को लेकर गंभीरता दिखाई और पिछले वर्ष वहां पर के कार्यक्रम करवाए। लेकिन हैरानी है कि इस कार्यक्रम के लिए कश्मीरी हिंदू समाज के वरिष्ठ नागरिकों को आमंत्रित ही नहीं किया गया।
ऐसा नहीं होना चाहिए था। एमके योगी ने मांग की की जल्दी से जल्दी वरिष्ठ नागरिकों की एक कमेटी का गठन करें ताकि कश्मीर में स्थित इस मंदिर का बेहतर तरीके से जीर्णोद्धार हो सके । उन्होंने कहा कि कश्मीरी हिंदू जो पिछले 35 बरस से विस्थापन की जिंदगी जी रहा है और कश्मीर घाटी से दूर है, उसे क्या मालूम के कश्मीर में मंदिरों के विकास का क्या क्या काम हो रहा है। इसलिए वरिष्ठ नागरिकों की कमेटी बनाना बेहद जरूरी है।