
जम्मू। पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद हो गई है। हर पर्यटन स्थल पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसी कड़ी में कटड़ा में श्री माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi Security Increase) भवन पर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए हैं।
एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक कमांड और नियंत्रण केंद्र मई के पहले सप्ताह तक रियासी जिले के कटड़ा शहर में चालू हो जाएगा।
श्राइन बोर्ड की हुई बैठक
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDK) की एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीईओ अंशुल गर्ग (Anshul Garg) ने गुफा मंदिर की सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की।
सुरक्षा एजेंसियों, सेना, खुफिया सेवाओं और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक का हिस्सा थे। गर्ग ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने सुरक्षित और सुचारू तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के और सुरक्षा उपायों का आकलन करने के लिए कटड़ा में एक संयुक्त सुरक्षा समीक्षा (Shrine Board Meeting over Security) बैठक की।
बैठक में क्या हुई चर्चा?
तीर्थस्थल बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि छद्म पहचान को रोकने और केवल अधिकृत सेवा प्रदाताओं को अनुमति देने के लिए ‘पिट्ठू’ (पोर्टर) और टट्टूवालों की साख को वेरिफाई करने की रणनीतियों पर चर्चा की गई।
चर्चा में क्षेत्र वर्चस्व, ड्रोन निगरानी और अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती भी शामिल थी। उन्होंने कहा कि खतरों को रोकने और उच्च सुरक्षा मानकों को बनाए रखने के लिए AI-संचालित निगरानी और डेटा एनालिटिक्स जैसी आधुनिक तकनीक का लाभ उठाने पर जोर दिया गया।
इसके साथ ही सुरक्षा को देखते हुए एक्स-रे बैगेज स्कैनर, मेटल डिटेक्टर, अंडर-व्हीकल सर्च मिरर और जियो-फेंसिंग तकनीक जैसे नए स्थापित इक्यूपमेंट के इस्तेमाल पर भी जोर दिया गया।
कटड़ा में बनेगा नियंत्रण केंद्र
श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि कटड़ा में एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र (ICCC) के समय पर संचालन पर जोर दिया और निर्देश दिया कि इसे मई के पहले सप्ताह तक इसे बनाया जाए। इसके जरिए खतरे और आपात से जुड़ी स्थितियों पर तुरंत काबू पाया जा सकेगा।
इसके साथ ही अंशुल गर्ग ने बताया कि सुरक्षा को देखते हुए AI-संचालित केंद्र जेस्चर और फेस रिकग्निशन PTZ (Pan, Tilt and Zoom) जैसी एडवांस तकनीक लगाई जाएगी। यह उन्नत निगरानी क्षमताओं से लैस 700 CCTV कैमरों के नेटवर्क के माध्यम से वास्तविक समय की निगरानी को सक्षम करेगा। इससे श्रद्धालुओं के बीच संदिग्धों पर नजर रखी जा सकेगी।