भारतीय सेना ने लद्दाख में एकीकृत फायर पावर युद्धाभ्यास करके भविष्य के युद्धों के लिए अपनी तैयारी का प्रदर्शन किया।

भारतीय सेना भविष्य के युद्धों में दुश्मन पर जमीन के साथ हवा से कड़ा आघात करेगी। भारतीय सेना ने ऐसा लद्दाख में एकिकृत फायर पावर युद्धाभ्यास में बहुआयामी युद्ध क्षमता का दमदार प्रदर्शन देकर साबित किया।

जम्मू-कश्मीर व लद्दाख के सीमांत क्षेत्रों में किसी भी प्रकार के हालात का सामना करने की तैयारी के चलते लद्दाख के अत्यंत दुर्गम व ऊंचाई वाले इलाके में हुए इस युद्ध अभ्यास में भूमि, वायु, साइबर, स्पेस से दुश्मन के प्रहारों को नाकाम बनाने की तैयारियों को प्रदर्शन किया। सेना ने स्पष्ट संदेश दिया कि दुश्मन की किसी भी शरारत का जवाब समन्वित प्रहारों से दिया जाएगा।

भारतीय सेना लद्दाख में चीन, पाकिस्तान द्वारा पैदा की जाने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो रही है। लेह के दूरदराज इलाके में रविवार को हुए इस युद्घ अभ्यास के दौरान मारक हथियारों के साथ अति आधुनिक उपकरणों व उन्नत तकनीकों का एक साथ इस्तेमाल किया गया। आर्टिलरी ने दूरस्थ व शत्रु की संवेदनशील ठिकानों पर विनाशकारी सटीक प्रहार किए।

वहीं ड्रोन के जरिए दुश्मन पर बम भी गिराए गए। इसके साथ दुश्मन की निगरानी करने वाले यूएवी व अग्रिम इलाकों में सैनिकों तक हथियार, जरूरी सामान पहुुंचाने में सक्षम ड्रोन भी इस्तेमाल हुए। भारतीय सेना की सभी शाखाओं ने इस युद्ध अभ्यास में बेहतर समन्वय से उन आधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन किया जो भविष्य के युद्धों में दुश्मन के खिलाफ इस्तेमाल होंगी।

इसके साथ हवाई मार्ग से युद्ध क्षेत्र में सैनिकों और हथियारों की तैनाती, लक्ष्यभेदन व सामरिक नियंत्रण की क्षमता भी परखी गई। सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर ने सोमवार को एक्स पर एकिकृत फायर पावर युद्धाभ्यास की वीडियो साझा की है। युद्ध अभ्यास के दौरान दुश्मन पर मारक प्रहार करने के साथ उसके ड्रोन हमले को नाकाम बनाने की तैयारियों का भी प्रदर्शन किया।

आपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के ड्रोन के स्वार्म अटैक के बाद सेना ने अपने बेड़े में ऐसी नई तकनीकें शामिल की हैं जाे भावी खतरों से निपटेंगी। आधुनिक युद्ध में ड्रोन खतरों को देखते हुए इस युद्घ अभ्यास में काउंटर अनमैन्ड एरियल ग्रिड को भी परखा गया। यह सिस्टम हवा में निगरानी कर दुश्मन के ड्रोन की पहचान व इसे तुरंत नष्ट करने की क्षमता रखता है।

इसके साथ उन्नत सेंसरों, नेटवर्क-सक्षम प्लेटफार्म, रियल-टाइम डेटा विश्लेषण से तकनीक आधारित युद्ध क्षमता का भी परिचय दिया गया। सैन्य सूत्रों के दौरान यह युद्ध अभ्यास लद्दाख में सेना की आपरेशनल तैयारियों को तेजी देने के अभियान का हिस्सा था।

इसके माध्यम से सेना ने साबित किया कि वह किसी भी परिस्थिति में दुश्मन पर घातक प्रहार, अपने सैनिकों की सुरक्षा के साथ निर्णायक आपरेशनल परिणाम देने में पूरी तरह सक्षम है। गत माह भी सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर ने ऐसे एक युद्ध अभ्यास के दौरान अपनी ताकत दिखाई थी।

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