
भारतीय सेना ने हाल ही में स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित ‘एकीकृत ड्रोन डिटेक्शन एंड इंटरडिक्शन सिस्टम’ का उपयोग करके एक पाकिस्तानी सेना के ड्रोन को मार गिराया, जब वह जम्मू क्षेत्र में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर निगरानी करने की कोशिश कर रहा था।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, चीनी मूल के इस ड्रोन को जम्मू क्षेत्र में पीर पंजाल पर्वतमाला के दक्षिण में स्थित 16 कोर क्षेत्र में तैनात सेना की वायु रक्षा इकाइयों द्वारा मार गिराया गया।
उन्होंने कहा कि यह घटना तब हुई जब दुश्मन के ड्रोन को नियंत्रण रेखा पर भारतीय क्षेत्र के करीब संचालित होते हुए देखा गया।
सूत्रों ने कहा कि ड्रोन को स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित ‘एकीकृत ड्रोन डिटेक्शन एंड इंटरडिक्शन सिस्टम’ का उपयोग करके मार गिराया गया, जो विभिन्न रेंज और परिदृश्यों में दुश्मन के ड्रोन को जाम करने, धोखा देने और मार गिराने में सक्षम है।
उन्होंने कहा कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित इस प्रणाली को भारत की सीमाओं पर महत्वपूर्ण संख्या में तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि यह 2 किलोवाट की लेजर बीम से भी लैस है जो 800 से 1,000 मीटर की प्रभावी रेंज से दुश्मन के ड्रोन को मार गिरा सकती है। डीआरडीओ द्वारा विकसित इस प्रणाली का इस्तेमाल भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा बलों द्वारा ड्रोन विरोधी अभियानों के लिए सक्रिय रूप से किया जाता है।