शांति, सुरक्षा और विश्वास का माहौल…. लोकतंत्र के रंग में रंगा कश्मीर, मतदान प्रतिशत में होगा उछाल

जम्मू-कश्मीर में जिस तरह से पॉलिटिकल पार्टियां और उम्मीदवार वोटर्स पहुंच बनाने का प्रयास कर रहे हैं उससे उम्मीद जताई जा रही है कि कश्मीर में इस बार मतदान का प्रतिशत बढ़ेगा। अब कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य में बदलाव आया है। यहां शांति सुरक्षा व विश्वास का माहौल बना है। बता दें कि उधमपुर-डोडा और जम्मू-रियासी सीट पर मतदान हो चूका है।

जम्मू कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पांडुरंग के पोले ने उम्मीद जताई कि पिछले चुनाव की तुलना में ज्यादा मतदान होगा।

जिस तरह से राजनीतिक दल और उम्मीदवार आम मतदाताओं तक पहुंच बनाने का प्रयास कर रहे हैं, उससे उम्मीद है कि कश्मीर में मतदान का प्रतिशत बढ़ेगा। अब कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य में बदलाव आया है। यहां शांति, सुरक्षा व विश्वास का माहौल बना है।

लोग उत्साह के साथ चुनावी गतिविधियों में भाग ले रहे हैं। बीते 30 वर्ष के दौरान देखा गया है कि कश्मीर में मतदान का प्रतिशत कम रहता है। कई केंद्रों में एक भी मतदाता नहीं पहुंचता था।

घाटी में चुनावी रैलियां भी कुछेक इलाकों तक सीमित रहती थी। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बारामुला , श्रीनगर में और अनंतनाग सीट पर क्रमश: 34.29 प्रतिशत, 14.08 प्रतिशत और 8.76 प्रतिशत मतदान हुआ था।

कश्मीर में 2014 में 65 फीसदी हुआ था मतदान

इससे पूर्व वर्ष 2014 में विधानसभा चुनाव के दौरान कश्मीर में 65 प्रतिशत मतदान हुआ था। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जिस तरह से यहां राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं, लोग मतदान सबंधी गतिविधियों में रुचि ले रहे हैं, उसे देखते हुए मतदान का प्रतिशत बढ़ने की पूरी उम्मीद है।

विधानसभा और लोकसभा चुनाव की परिस्थितियां व मुद्दे एक-दूसरे से थोड़े बहुत अलग होते हैं, इसलिए मतदान का प्रतिशत विधानसभा चुनाव में ज्यादा रहता है।

दक्षिण कश्मीर में उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा

उत्तरी कश्मीर की भौगोलिक,सामाजिक परिस्थितियां दक्षिण व मध्य कश्मीर से अलग हैं, वहां चुनाव में ज्यादा उम्मीदवार मैदान में उतरते रहे हैं,इसलिए वहां मतदान ज्यादा होता रहा है। इस बार मध्य और दक्षिण कश्मीर में उम्मीदवारों की संख्या व रैलियां ज्यादा हो रही है।

उत्तरी कश्मीर में मतदान ज्यादा होने की उम्मीद है क्योंकि वहां नेकां के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स कान्फ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन के बीच सीधा मुकाबला होने की उम्मीद है।

श्रीनगर में 13 मई, अनंतनाग-राजौरी सीट के लिए सात मई को, बारामुला में 20 मई को मतदान होगा। पोले ने बताया कि 26 April  को जम्मू सीट के लिए 71 फीसदी मतदान हुआ था। जबकि उधमपुर में 68.27 फीसदी हुआ था मतदान।

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