
पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों ने ऑपरेशन महादेव में पुलवामा हमले के तीन आतंकवादियों के मारे जाने के बाद भारतीय सेना के प्रति आभार व्यक्त किया है।
पुलवामा आतंकी हमले में बलिदानी हुए स्थानीय नागरिक आदिल हुसैन के चचेरे भाई सईद सबजार शाह ने भारतीय सेना की सराहना की और कहा कि इस ऑपरेशन ने उस क्रूर हमले का बदला ले लिया है। उन्होंने हमले के दौरान हुसैन की बहादुरी को भी याद किया।
सबजार ने बताया कि हमें बहुत गर्व है कि हमारे भाई ने इतना बहादुरी भरा काम किया। अगर वह चाहता तो भागकर अपनी जान बचा सकता था, लेकिन वह अंत तक वहीं डटा रहा और पर्यटकों की जान बचाई। उसने न कोई जाति देखी न कोई धर्म; उसने मानवता दिखाई।”
भारतीय सेना का धन्यवाद करते हुए सबजार ने कहा, “हमें भारतीय सेना पर बहुत गर्व है पुलवामा हमले के बाद से ही सेना इन हत्यारों के पीछे लगी हुई थी। आखिरकार उन्होंने डाचीगाम मुठभेड़ में तीनों को ढेर कर निर्दोंषों को मारने वालों से अपना बदला पूरा किया।”
इससे पहले, भारतीय सेना ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के डाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान के पास हरवान इलाके में सुरक्षा बलों के साथ भीषण गोलीबारी में तीन आतंकवादी मारे गए। भारतीय सेना की चिनार कोर ने बताया कि ऑपरेशन महादेव लिडवास के सामान्य क्षेत्र में हुआ।
वहीं मंगलवार को लोकसभा सत्र के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी पुष्टि की कि ऑपरेशन महादेव के दौरान सुरक्षा बलों ने नागरिकों की हत्या में शामिल तीन आतंकवादियों को मार गिराया।
शाह ने ऑपरेशन सिंदूर पर चल रही बहस के बीच लोकसभा में अपना संबोधन शुरू करते हुए यह बात कही और बताया कि पहलगाम आतंकी हमले में हमारे नागरिकों की हत्या करने वालों को मार गिराया गया है।
शाह ने निचले सदन को संबोधित करते हुए कहा, “एक संयुक्त ऑपरेशन महादेव में, भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहलगाम आतंकी हमले में शामिल तीन आतंकवादियों को मार गिराया है।”
उन्होंने आगे कहा, “निर्दोष नागरिकों को उनके परिवारों के सामने उनका धर्म पूछने पर मार डाला गया। मैं इस बर्बर कृत्य की निंदा करता हूं। मैं उन परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।”