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उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्री माता वैष्णो देवी मंदिर के लिए “एकीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्र के साथ सीसीटीवी निगरानी प्रणाली” का उद्घाटन किया

जम्मू, 9 जून: जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को श्री माता वैष्णो देवी मंदिर के लिए “एकीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्र के साथ सीसीटीवी निगरानी प्रणाली” का उद्घाटन किया।

उपराज्यपाल ने कहा, “अत्याधुनिक तकनीक श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए वास्तविक समय की निगरानी और भीड़ प्रबंधन को सक्षम करेगी और यह परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा सुनिश्चित करेगी।”

उपराज्यपाल ने कहा कि सिस्टम से प्राप्त कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया को सक्षम करेगी।

उन्होंने कहा कि एआई-संचालित निगरानी पारिस्थितिकी तंत्र सहित कमांड और नियंत्रण अवसंरचना व्यापक स्थितिजन्य जागरूकता प्रदान करेगी, संचालन को अनुकूलित करेगी और आपातकालीन प्रतिक्रियाकर्ताओं के साथ त्वरित और कुशल समन्वय करेगी।

बड़े पैमाने पर, प्रौद्योगिकी-संचालित निगरानी और भीड़ प्रबंधन पहल सुरक्षा और सुरक्षा को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगी, भीड़ नियंत्रण उपायों और तीर्थ क्षेत्र के भीतर परिचालन दक्षता में सुधार करेगी।
परियोजना के अंतर्गत, कटरा में स्थित एक एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र (ICCC) तथा स्थानीय निगरानी एवं समन्वय के लिए तीर्थ मार्ग पर 7 उप-नियंत्रण केंद्र स्थापित किए गए हैं, जो सभी संवेदनशील एवं उच्च यातायात क्षेत्रों की 24×7 निगरानी सुनिश्चित करेंगे तथा भीड़ के जमाव, सुरक्षा उल्लंघनों या चिकित्सा आपात स्थितियों के प्रति सक्रिय एवं त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करेंगे।

श्राइन क्षेत्र में 700 से अधिक कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें 170 नए हाई-डेफिनिशन IP कैमरे तथा 500 से अधिक मौजूदा कैमरों का एकीकरण शामिल है, जो प्रवेश/निकास बिंदुओं, सभा क्षेत्रों तथा तीर्थ मार्ग सहित सभी महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील स्थानों को कवर करते हैं।

परियोजना में AI-आधारित विश्लेषण तथा उन्नत प्रौद्योगिकी तंत्र जैसे हाव-भाव पहचान, स्वचालित नंबर प्लेट पहचान (ANPR), चेहरे की पहचान, घुसपैठ का पता लगाने वाली प्रणाली तथा भीड़ प्रबंधन उपकरण भी शामिल हैं।

SMVDSB के CEO अंशुल गर्ग ने एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र की तकनीकी विशेषताओं तथा मंदिर के दैनिक कामकाज में इसके प्रत्याशित लाभों पर विस्तृत प्रस्तुति दी।

उन्होंने बताया कि केंद्र भीड़भाड़, मार्ग अवरोधों, भूस्खलन या आपात स्थितियों के लिए स्वचालित अलर्ट उत्पन्न करने में सक्षम है, जिससे त्वरित निर्णय लेने और प्रतिक्रिया करने में मदद मिलती है। उपराज्यपाल ने केंद्र में इंजीनियरों और परिचालन कर्मचारियों के साथ भी बातचीत की। उन्होंने केंद्र की उपयोगिता को अधिकतम करने के लिए कर्मचारियों के नियमित प्रशिक्षण और सुरक्षा एजेंसियों और अन्य हितधारकों के साथ निर्बाध सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।

गौरतलब है कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने हाल ही में यात्रा प्रबंधन के लिए तैनात सुरक्षा एजेंसियों को उन्नत सुरक्षा उपकरण प्रदान किए हैं, जिनमें एक्स-रे बैगेज स्कैनर, डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर, हैंड-हेल्ड मेटल डिटेक्टर और अंडर व्हीकल सर्च मिरर/स्कैनर शामिल हैं, ताकि उपराज्यपाल के निर्देश पर पिछले साल आयोजित संयुक्त सुरक्षा समीक्षा के अनुसरण में श्राइन क्षेत्र में मजबूत सुरक्षा उपायों को बढ़ाया जा सके।

इस अवसर पर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सदस्य डॉ. अशोक भान, आईजीपी जम्मू भीम सेन टूटी, रियासी की डिप्टी कमिश्नर निधि मलिक और पुलिस, सुरक्षा एजेंसियों और श्राइन बोर्ड के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

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